अनकही
Thursday, 22 August 2013
अस्तित्व
''ओस की बूंद सा
उसका महत्व
दिन उगते ही समाप्त
उसका अस्तित्व..''
(ये तस्वीर मेरे गाँव की ढाणी में लगे अनार के पौधे की है.)
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